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Shift health to concurrent list: Expert group to Finance Commission

Activists voice concern about some recommendations by panel By  Banjot Kaur Last Updated: Wednesday 22 January 2020 The subject of ‘health’ must be transferred to the Concurrent List of the Indian Constitution from the State List, the high level group (HLG) formed for the health sector by the 15th Finance Commission has said. Since issues like medical education and family planning fall under the concurrent list, health also should, the panel said in a report submitted recently to the Finance Commission. “This is very strange,” T Sundararaman, former executive director of National Health Systems Resource Centre, said. “Some of the states have been doing really well with or without the Centre’s support. Some have refused to accept central schemes in toto or otherwise according to their requirement. While we have been pitching for decentralisation of power and fund allocation, this is exactly a step in opposite direction,” he added. The HLG is chaired by All Ind...

#HindiCheeniByeBye #हिंदी चीनी बॉय बॉय - रौंदेगा ड्रेगन को जब हाथी

Search Results Guided Search Filters #HindiCheeniByeBye #हिंदी चीनी बॉय बॉय - रौंदेगा ड्रेगन को जब हाथी गत अमरीकी प्रवास के दौरान मैं ने  सीवीएस फार्मेसी  ,कैन्टन(यूएसए ) से एक पांच डॉलर का बड़ा नेल -कटर लिया था पैरों की उँगलियों के नाखून काटने के लिए। बचपन से कोरियाई नेलकटर ही इस्तेमाल  करते आये थे हिन्दुस्तान में वही मिलता था। ये ऐसा नख-कतरक साबित हुआ जो नख-करतन के दरमियान ही दो भांगों में टूट गया। किसी सामान की कोई गारंटी नहीं ,बिका हुआ माल  वापस नहीं होगा ,आज नकद कल  उधार दुकानों पे लिखा  देखते -देखते हम बालक से बालिग़ और फिर बुजुर्ग कब हो गए कुछ  पता ही न चला। आज भी कई दुकानों पे ये इबारत मुंह चढ़ के बोलतीं हैं। किसी सामान की कोई गारंटी नहीं। सस्ता और उठाऊ या भरोसे मंद और टिकाऊ फैसला आप को और मुझे करना है। यकीन मानिये ये चेतावनी ,साफगोई चीनी सामान पे शत -प्रतिशत लागू होती है। उधर अमरीका में रवायत है आप कोई भी सामान ९० दिन के अंदर वापस कर सकतें हैं पूरे पैसे लौटाए जाएंगे। अब फैसला हमें करना है कोरो...

आध्यात्मिक परम्परा' प्राण '

प्राण ऊर्जा, तेज, शक्ति है। प्राण समस्त जीवन का आधार और सार है; यह वह ऊर्जा और तेज है, जो सम्पूर्ण विश्व में व्याप्त है। प्राण उस प्रत्येक वस्तु में प्रवाहित होता है जिसका अस्तित्व है। इससे भी अधिक, प्राण भौतिक संसार, चेतना और मन के मध्य सम्पर्क सूत्र है। यही तो भौतिक स्तर पर जीवन को संभव बनाता है। प्राण सभी शारीरिक कार्यों को विनियमित करता है, उदाहरणार्थ श्वास, ऑक्सीजन की आपूर्ति, पाचन, निष्कासन-अपसर्जन और बहुत कुछ। मानव शरीर का कार्य एक ट्रांसफॉर्मर की भांति है, जो विश्व भर में प्रवाहित प्राण से ऊर्जा प्राप्त करता है, इस ऊर्जा का आवंटन करता है और फिर इसे समाप्त कर देता है। यदि किसी व्यक्ति या कमरे में स्वस्थ, व्यवस्थित स्पंदन है, तो हम कहते हैं "यहां अच्छा प्राण है"। इसके विपरीत रुग्णता, प्राण के प्रवाह में बाधा डालती है या रोकती है। हम ज्यों-ज्यों प्राण को नियन्त्रित करने की योग्यता विकसित करते हैं, हम शरीर और मन दोनों के स्वास्थ्य व समन्वय को प्राप्त कर लेते हैं। इसके साथ ही दीर्घ और अनवरत अभ्यास के साथ चेतना के विस्तार का भी अनुभव होने लगता है। प्राण दस मुख्य कार्...