नकटों का फोटो सेशन देखकर मुहावरा सम्पुष्ट हुआ :चोर -चोर मौसेरे भाई। इनमें एक पार्टी अपने आपको बड़ा चोर बतलाती हुई कहती है -तुम क्या चोरी करोगे कितना भ्र्ष्टाचार करोगे हमें देखो हमने कल ही अपनी नाक कटवा कर अपने से छोटे दल की ताजपोशी करवाई है। नाटक तो कर -नाटक का अब शुरू होगा। मंत्री पद की बंदरबांट हो तो सही ,
हम वो हैं जिसने अपने ही प्रधानमन्त्री का निर्णय फाड़ दिया था। तुम किस खेत की मूली हो। चले हैं चोरी करने।
यही हकीकत है फोटो सेशन की जिसमें विरोधी स्वभाव गले मिल रहें हैं। कोर्ट कचहरी का सबपे पहरा है कई ज़मानत पर हैं तो कई पैरोल पे बाहर आते हैं।
MAY
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