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तालिबान की सरकार आते ही बदलेगा अफगानिस्तान का नाम, नये नाम से डरी दुनिया, ब्रिटेन ने दी थी चुनौती

  काबुल, अगस्त 16: काबुल पर कब्जा करने के बाद अब तालिबान ने अफगानिस्तान का नाम बदलने का फैसला किया है। तालिबान की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि अफगानिस्तान का नया नाम रखा जाएगा, जिसकी आधिकारिक तौर पर घोषणा राष्ट्रपति भवन से की जाएगी। तालिबान की तरफ से कहा गया है कि अफगानिस्तान का अगला राष्ट्रपति कौन होगा, ये जल्द तय किया जाएगा और फिर अफगानिस्तान के नये नाम का ऐलान किया जाएगा। बदल गया अफगानिस्तान का नाम! तालिबान के एक अधिकारी ने कहा है कि तालिबान के नेताओं ने फैसला किया है कि हुकूमत पर काबिज होने के बाद अफगानिस्तान का नाम बदल दिया जाएगा और नया नाम रखा जाएगा। तालिबान ने कहा है कि अफगानिस्तान का नया नाम 'इस्लामिक अमीरात ऑफ अफगानिस्तान' होगा। न्यूज एजेंसी एसोसिएट प्रेस से बात करते हुए तालिबान के एक नेता ने कहा कि प्रेसिडेंशियल पैलेस में जब सभी तालिबान के नेता आ जाएंगे तब 'इस्लामिक एमिरेट ऑफ अफगानिस्तान' का ऐलान किया जाएगा। हालांकि, तालिबान के उस नेता ने अपना नाम बताने से इनकार कर दिया। लेकिन, राष्ट्रपति भवन में मौजूद उस तालिबानी नेता ने कहा कि वो मीडिया से बात करने के

मंत्री Vishwas Sarang ने कहा Jawaharlal Nehru के भाषण से शुरू हुई Economy की बदहाली, मिला ये जवाब

फाइल फोटो साभार: (ट्विटर) सारंग ने आरोप लगाया, 'वर्तमान स्थिति के लिए नेहरू की गलत नीतियां जिम्मेदार हैं. औद्योगीकरण ठीक था, लेकिन इसे कृषि आधारित होना चाहिए था. 70 फीसदी आबादी कृषि पर निर्भर है, लेकिन उन्होंने इसमें पश्चिमी मानसिकता डाली और गांव की अर्थव्यवस्था को खत्म कर दिया.' नई दिल्ली:  देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू (Ex PM Jawahar Lal Nehru) के साल 1947 के एक बयान को देश की वर्तमान हालत से जोड़ने वाले बयान पर विवाद जारी है. सियासी बयानबाजी के इसी सिलसिले में अब कांग्रेस नेता पीएल पुनिया (P L Punia) ने पलटवार किया है. मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री विश्वास सारंग के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए पुनिया ने कहा, 'जिन्हें पंडित नेहरू के काम के बारे में पता ही ना हो ऐसे लोगों की बात का जवाब देने की जरूरत नहीं है.' जागरूक करेगी कांग्रेस पुनिया ने अपने बयान में कहा कि कांग्रेस पार्टी ने डेढ़ सौ साल पुरानी अंग्रेजी हुकूमत को उखाड़ फेंका था. ऐसे में ये सब चीजें कोई मायने नहीं रखतीं. कांग्रेस ने हमेशा जागरूकता फैलाई है. इसलिए अब नई पीढ़ी को आजादी की लड़ाई की जानकारी देने